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……….हाथ मेरी चूत को सहला कर ऊँगली करने लगी मेरे लिए यह एक नया अनुभव था परंतु इसमें मुझे मज़ा आ रही था थोड़ी देर में मीना ने मुझे बेड पर गिरा दिया और दोनों हाथो से मेरी गांड के उभारो को पकड़ कर मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया मैं दर्द से छटपटा रही थी और मीना मस्त होकर मेरी चूत को चाटे जा रही थी । मैने देखा की मीना मुझसे ज्यादा सेक्स का मज़ा ले रही है और थोड़ी देर में मैं झड़ गई । मीना बोली क्या बात है इतनी जल्दी झड़ गई । मैंने कहा ये मेरी पहिली चुदाई है । मीना बोली जब तू दूसरी बार चुदेगी तो तू ज्यादा मज़ा लेगी । फिर मीना बेड पर लेट गई और मुझे उसकी चूत को चाटने के लिए बोला । मीना बोली जैसे पोर्न फिल्मो की लड़कियां चूतो को चाटती हैं तू वैसे ही चाट । मैने अपने अपने बाल को साइड में कर करके उसकी नंगी चूत बड़े ही प्यार से चाटा । मुझे उसकी चूत को चाटने मेँ और मीना को चूत को चटवाने बढ़ा ही मज़ा आ रहा था । मैं थोड़ी देर में ही अपनी एनर्जी को प्राप्त कर लिया और चुदाई के इस खेल मैं पूरी तहः से कूद पड़ी । हम दोनो बैठ गए फिर आपस में अपनी चूतो को रगड़ने के लिए मैने अपना एक पैर मीना के एक पैर के नीचे रखा और एक पैर मीना के दूसरे पैर के ऊपर रखा और हम दोनों ने अपनी चूतो को एक दूसरी की चूतो से छूहा दिया । इस तरह से चूतो को रगड़ने से चुदाई के मीठे दर्द का नया अनुभव हो रहा था और हम दर्द से आआआआआ उउउउउउउउउ ईईईईई की आवाज़ों से जोर-जोर से करहरा रहे थे पर हम मे से एक दूसरे को कोई भी छोड़ने को तैयार नही था बल्कि एक दूसरे कस के पकड़े हुये थे और मन कर रहा था हम दोनों इसी तरह अपनी चूतो जी भरकर रगड़े । 20 मिनट तक हमने अपनी चूतो आपस में रगड़ने का मस्त आनंद उठाया और हम दोनो को सेक्स की मदहोशी सी आ गई थी फिर मीना ने मेरी चूत चाटी और चूत का रस पिया मुझसे नहीं रहा जा रहा था मीना को कहा मेरी चूत को फाड़ डाल और उसका सारा रस पी जा फिर मीना ने कहा मुझे पता है अब तेरे अंदर आग जल रही है पर तू चिंता न कर में तेरी आग को शांत कर दूंगी मुझे अब मीना बहुत सूंदर लग रही थी मैं सोचने लगी कि वाकई चुदाई में मज़ा आता है और मज़ा दुगना हो जाता यदि आप शर्म न करे । खुला सेक्स मन को आराम देता हैं और दब दबकर सेक्स करना मन में असंतोष पैदा करता हैं । मैंने मीना को कहा अब मेरी बारी है मैंने उससे कहा अब तू अपनी गांड को ऊपर करके लेट जा । मीना पीठ के बल लेट गई । उसकी चिकनी पीठ और मस्त गांड को देखकर मैंने उसकी पीठ से लेकर पैरो तक बुरी तरह चूम दिया फिर मैंने अपनी चूत को ……
…..उसकी गांड से छू आया और उसकी चिकनी गांड पर अपनी हल्के बालो वाली चूत से रगड़ा । ऐसा लग रहा था जैसे मेरी चूत में सेक्स की हज़ारो लहरे उठ रही हो मेरा शरीर सेक्स के आवेग से अकड़ रहा था और मुझे अपने झड़ने वाली फीलिंग आ रही थी । मैने अपने होठो को दांतो से भीच रखा था और मेरी चूत में चुसाई और रगड़ाई का जबरदस्त मीठा दर्द हो रहा था में इस दर्द को खोना नहीं चाहती थी बल्कि इस दर्द को मैं एन्जॉय कर रही थी ।और थोड़ी देर में चूत को और रगड़ने से मैं खुलकर झड़ गई । इस झड़ने में मुझे ऐसा लगा जैसे अनाद के सागर में डूब गई हूँ और मेरा वहाँ से बहार निकलने का मन नही है तभी मीना भी झड़ गई । हम एक दूसरे को बाहों के कस कर झकड़कर एक दूसरे के ऊपर पैर रखकर नंगी ही बिस्तर पड़ी थी एक घंटे ऐसे ही लेटे रहने के बाद हम दोनों उठे और बाथरूम में जाकर हल्के गर्म पानी से नहाई । मीना ने मेरी चूत, गांड और मोम्मो को साफ़ किया और मैंने मीना की सफाई की । अच्छी तरह से नहाने के बाद हम दोनों को नींद भी आ रही थी । मैंने गाउन को पहनने की लिए अलमीरा से निकाला । मीना बोली अरे बेवकूफ चुदाई की बाद बिस्तर में नंगे ही सोते है । मुझे उसकी सलाह अच्छी लगी मैने मीना को कहा यदि रात मेरा मन तेरी प्यारी चूत को चाटने का हुआ तो मीना बोली हम दोनों ६९ अवस्था में सोते हैं अगर तेरा मन मेरी चूत को चूसने का मन करता तो चूस लियो । मैने उसकी सलाह पर ६९ की पोजीशन में लेट गए । मैं मीना की दोनो चिकनी जांघो की बीच सिर रखकर चूत को चूमती हुई सो गई और मीना मेरी चूत को चूमती हुई सो गई एक दूसरे की कमर में हाथ डालकर कस कर लिपट कर सो गए । रात के १२:३० मेरी नींद खुली और मेरे मन में… पढ़िए पूरी कहानी, इस कहानी को दूसरे भाग में … …