हाय दोस्तों आप लोग ठीक ही होंगे और लंड निकाल के ही बैठे होंगे ये मुझे पता हे. तो चलिए फटाफट अपनी सेक्स कहानी को चालु कर देता हूँ! मेरा नाम मोहसिन हे और मैं रायबरेली का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र उन्नीस साल की हे और मैं कॉलेज में पढ़ाई कर रहा हूँ. मैं दिखने में तंदुरस्त हूँ. घर में मैं, मेरी मम्मी, मेरे अब्बा और एक छोटी बहन और बड़ा भाई हे. मैं जवान हुआ हूँ तब से लंड हिलाने की आदत पड़ी हुई हे और अपनी अन्तर्वासना को बाथरूम में वीर्य की शक्ल देता हूँ.
एक बार मेरी खाला यहाँ हमारे घर पर आई हुई थी. वो मेरी अम्मी की छोटी बहन हे. वो जवान और दिखने में एकदम सुन्दर हे. वो अभी कुंवारी ही थी. और उसका भरा हुआ बदन एकदम गदराया हुआ था.. उसे देख के मुठ मारने का अपना लगा ही मजा आता था. खाला सच में बड़ी सेक्सी थी! खाला और मेरी अच्छी बनती थी और हम दोनों एक दुसरे के साथ बड़े ही फ्रेंक थे. जब कभी मैं उसके करीब हो जाता और उसके बूब्स या गांड मुझे टच कर लेते थे तो मेरा पेनिस पूरी तरह से खड़ा हो जाता था. मैं बस एक मौके की तलाश में था की अपनी इस सेक्सी खाला की चुदाई कर सकूँ! वैसे खाला खुद भी मेरा लंड लेने के लिए इंटेरेस्ट लग रही थी. पर बिना मौके के मैं उसे भडकाना नहीं चाहता था. मौका सही हो तो उसके चोदने के अरमान को भड़का के मैं उसकी चूत भंग करना चाहता था.
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एक दिन ये मौका मुझे मिला. किसी काम से मेरे अम्मी अब्बा को बहार जाना था. और खाला तब यही पर थी. वो लोग अगले दिन भी बहार ही रह के तीसरे दिन मोर्निंग में वापस आनेवाले थे. और तब मैंने मन ही मन ठान लिया की इस मौके में तो मुझे अपनी खाला की चुदाई कर ही देनी चाहिए! और अम्मी अब्बा के जाने के बाद खाला खुद भी बड़ी चहक सी रही थी. अम्मी अब्बा के कमरे में ही रात को मैं, मेरी बहन सोये हुए थे. और मौसी भी हमारे साथ में ही थी. मेरा बड़ा भाई निचे के कमरे में अकेला सोया था. रात को सोने के बाद मेरे लंड में गरमी सी चढ़ी. खाला का बुर चोदने के ख्यालों से नींद हराम हुई पड़ी थी. मैंने खाला की तरफ देखा तो वो भी करवट पर करवट ले थी. शायद उसके बुर में भी मेरे लंड को लेने की तलब सी लगी हुई थी. रात गहरी होती गई और मेरे अन्दर की चुदास बढती ही चली गई.
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रात के करीब एक बजे मेरा खुद के ऊपर का कंट्रोल जैसे हट सा गया. मैं खड़े लंड के साथ अपनी खाला के पास जा के बैठ गया मेरी बहन एक साइड में थी और उसकी कमर हमारी तरफ थी. कमरे में नाईट लेम्प के उजाले में खाला का सेक्सी बदन चमक सा रहा था. उसके बड़े बूब्स आज कुछ और ही सेक्सी लग रहे थे. और उसकी निपल्स भी कपड़ो के ऊपर अपना आकार दिखा रहे थे. मैंने अपना चहरा खाला के चहरे का करीब रख दिया. वो सोने की एक्टिंग बखूबी निभा रही थी. मैं बिना कुछ सोचे समझे अपने होंठो को उसके सेक्सी गुलाबी होंठो से लगा के चूमने लगा. खाला ने आँखे खोली और वो चौंक सी गई. लेकिन मेरे होंठो ने उसके होंठो को जकड़े हुआ था इसलिए वो कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी. मैंने खाला के होंठो को जोर जोर से चुसना चालू ही रखा. खाला भी एक मिनिट में मेरे सपोर्ट में आ गई. उसने अपने हाथो से मेरे बालो को पकड़ा और उसके अन्दर प्यार से उंगलियाँ घुमाते हुए मुझे किस करने लगी. मैंने पूरी 5 मिनिट तक अपनी खाला को डीप किस दिया. फिर मैंने उसका हाथ पकड़ा और चल दिया. मैं उसके हाथ को पकड़ के एक एक्स्ट्रा बेडरूम में ले गया. वो बेडरूम में घर में कोई गेस्ट आये तो उन्हें वहाँ ठहराया जाता था.
खाला को अन्दर ले के मैंने उस कमरे के दरवाजे को बंध कर दिया. और फिर से मैंने अपने होंठो को उसके होंठो से लगा के किस करना चालु किया. लेकिन अब की मैंने सिर्फ किस नहीं की. मेरे हाथ भी अपना काम दिखाने लगे थे. मैं हाथों से अपनी खाला की मादक चूंचियां दबा रहा था. मैंने खाला के बदन के ऊपर से सफ़ेद कुरते को उतार लिया. अन्दर उन्होंने एक गुलाबी ब्रा पहनी थी. उस ब्रा में उनका डीप क्लीवेज एकदम सेक्सी लग रहा था. मैंने ब्रा भी हुक खोल के निकाल ली. खाला के बूब्स एकदम टाईट थे. और वो मुझे जैसे चूसने के लिए बुला रहे थे. मैंने अपने गरम गरम होंठो से खाला की कडक चूंचियां चुसना चालू कर दिया. एक हाथ से मैं एक चूंची को दबाता था और दूसरी को अपने होंठो से चूस रहा था. खाला की मादक सिसकियाँ मुझे उत्तेजना का और नशा दे रही थी.
और फिर मैंने एक हाथ को निचे ले जा के खाला की सलवार का नाडा खोल दिया. सलवार निचे जमीन पर जा गिरी. और मेरा एक हाथ धीरे से उनकी बुर पर आ गया. मैंने खाला की बुर में छेद ढूंढने लगा. उसके देसी बुर पर हलके हलके से बाल थे. और मैं छेद को पकड के उसमे अपनी एक ऊँगली को डालने लगा. खाला के तो होश ही उड़े हुए थे. वो अह्ह्ह हम्म्म्म ह्म्म्म की आवाजे निकाल रही थी. मैं ऊँगली को खाला के बुर में जोर जोर से अन्दर बहार कर के उन्हें फिंगर फक देने लगा. और बूब्स से मैंने होंठो को हटा के फिर से उन्हें लिप किस दिया. वो बड़ी मस्तियाँ चुकी थी. तभी खाला ने अपनी बुर से पानी छोड़ा और मेरी ऊँगली को भिगो दिया! दोस्तों अब तक मेरे लंड का रोल स्टार्ट नहीं हुआ था. लेकिन वो एकदम कड़ा हो के बस अपनी टर्न की ही राह में था. खाला का हाथ जब उसके ऊपर आया तो वो बोली, मोहसिन तेरा तो बहुत बड़ा हे!!!
ये सुन के मैं और भी खुश और उत्तेजित हो गया. और बड़े जोर जोर से ऊँगलीबुर में अन्दर बहार करने लगा. खाला एकदम गरम हो गई थी! वो पागलो के जैसे मेरे पुरे बदन को चूमने लगी. फिर उसने मेरे लौड़े को अपने हाथ में पकड के अपनी बुर पर घिसना चालू कर दिया. मैं समझ गया की वो पूरी तरह से गर्म हो गई थी लंड ले लेने के लिए! मैंने खाला को बिस्तर में लिटाया और अपने लंड के सुपाडे को उसके छेद पर टिका दिया. एक धक्का लगाया पर खाला का बुर बड़ा ही टाईट था, इसलिए लंड अन्दर नहीं घुसा. खाला को दर्द हो रहा था और वो सिस्कारियां लेने लगी थी. वो वर्जिन थी, कसम से बड़ा ही लकी था मैं! मैंने सही एंगल पर एक जोर का धक्का लगाया और मेरा आधा लौड़ा खाला के बुर में जा घुसा. लेकिन उसे बहुत दर्द हुआ और वो अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह मोहसिन्न्नन्न्न्नन्न कर बैठी. मैं एक मिनिट के लिए रुका और उसे किस करने लगा. एक मिनिट के बाद मैंने फिर से धक्का लगा दिया. अब की मेरा पूरा लौड़ा खाला के बुर में जा घुसा! खाला अह्ह्ह अह्ह्ह ह्म्म्मम्म करने लगी. खाला के बुर इ लंड डालने में मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था.
धीर धीरे कर के मैंने भी अपने चोदने की स्पीड को बढ़ा दिया. और खाला को भी मजा आने लगा था. उसकी सिस्कारियां अब कम हो गई थी. और वो आनंद के चीत्कार करने लगी थी. तक़रीबन 15 17 मिनिट तक मैंने खाला को जम के चोदा और फिर अपना माल उसकी बुर में ही छोड़ भी दिया. वो भी मेरे साथ ही झड़ गई और चिपक गई मेरे से. हम दोनों एक दुसरे के साथ ऐसे ही कुछ देर तक चिपक के लेटे रहे.
और फिर मेरी खाला मुझे हाथ पकड के अपने साथ बाथरूम ले गई. वहां पर जब वो मूत रही थी तो उसकी चूत से सर्रर्रर सर्रर्रर का साउंड आ रहा था जो मुझे उत्तेजित कर रहा था.
फिर हम वापस कमरे में आ गए और और खाला ने मुझे फिर से चूमना चालू कर दिया. और मैं खाला के निपल्स सक करने लगा. थोड़ी देर के बाद खाला उठी और उसने मेरे लौड़े को अपने मुहं में भर लिया. वो जैसे चिकन लोलीपोप खा रही हो वैसे मेरे लंड को चूस रही थी. मैंने भी उनके बाल को पकड के अपने लंड को मुहं में खूब हिलाया. कुछ देर में मेरा लंड फिर से चूत मांगने लगा खाला की. और अब की मैंने उन्हें कुतिया बन जाने के लिए कहा. वो अपने घुटनों के बल लेट गई और पीछे से अपनी गांड को उठा दिया उसने. मैंने लंड को सही एंगल से चूत में घुसेड दिया और जोर जोर से चोदने लगा. कमरे के अन्दर फिर से खाला की मादक सिस्कारियां निकल पड़ी. मेरी खाला उस रात को तिन बार मेरे लंड से चुदी और उसे बड़ा मजा आ गया. फिर सबह तक हम लोग चिपक के सो गए. सुबह फ्रेश होने के बाद वो चाय बना रही थी तो मैं किचन में गया. खाला की आँखों में नवेली दुल्हन वाली नजाकत थी जो अपने शोहर से रात भर चुदवाई होती हे!